ई-स्‍वामी यानी ई-भगवान : लीगेसी इंडिया नवम्‍बर 2011 अंक में हिन्‍दी ब्‍लॉगिंग के भगवान का रहस्‍य खुल गया है



2 टिप्‍पणियां:

  1. हा हा, ई-कन्फ्यूजन। स्वामी जी की साइट के स्थान पर हमारी साइट की फोटो लग गयी।

    ई-स्वामी हिन्दी ब्लॉगजगत के पहले छद्म-नामधारी ब्लॉगर थे। हम उन्हें फैंटम की तर्ज पर "चलता-फिरता प्रेत" कहते थे। उनका प्रिय अवतार है साँड।

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  2. पत्रिका ने सोचा होगा कि सांड नहीं, ऋषि की ही फोटो लगनी चाहिए। यही तो असली भारत है।

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