दैनिक हरिभूमि 9 दिसम्‍बर 2012 अंक में प्रकाशित पुस्‍तक समीक्षाएं

क्‍या होंगे वहां खुदाबख्‍श 
कार्यालय तेरी अकथ कहानी
कार्यालय तेरी अकथ कहानी : व्‍यंग्‍यकार वीरेन्‍द्र सरल
क्‍या होंगे वहां खुदाबख्‍श : कहानीकार श्‍याम विमल

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