हिन्दी ब्लॉगिंग के विशाल संसार में मेरा छोटा सा छापाखाना
मुन्नाभाई को ज्ञात है कि कार्य कैसे कराना है।
और अन्ना हजारे उसूलों और नियमों का दीवाना है।
:-)
सिर्फ मुस्कराने से नहीं बनेगी बातदांत खोलकर ठहाके लगाओ तो बात
पत्रिका भिजवाने का कष्ट कर दें तो..........?
ऐसी कोई मंशा नहीं है कि आपकी क्रियाए-प्रतिक्रियाएं न मिलें परंतु न मालूम कैसे शब्द पुष्टिकरण word verification सक्रिय रह गया। दोष मेरा है लेकिन अब शब्द पुष्टिकरण को निष्क्रिय कर दिया है। टिप्पणी में सच और बेबाक कहने के लिए सबका सदैव स्वागत है।
मुन्नाभाई को ज्ञात है कि कार्य कैसे कराना है।
जवाब देंहटाएंऔर अन्ना हजारे उसूलों और नियमों का दीवाना है।
हटाएं:-)
जवाब देंहटाएंसिर्फ मुस्कराने से नहीं बनेगी बात
जवाब देंहटाएंदांत खोलकर ठहाके लगाओ तो बात
पत्रिका भिजवाने का कष्ट कर दें तो..........?
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