कहो, कैसी रही ? : जनवाणी स्‍तंभ 'तीखी नज़र' में 4 दिसम्‍बर 2012 को प्रकाशित


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चारों की चौकड़ी आज स्‍पेशल सुविधाओं के तहत स्‍वर्ग में धूम मचा रही है। जबकि उन्‍होंने जिन कारनामों को अंजाम दिया थाउसके अनुसार उनकी नर्क में सजा पाने की ग्राह्यता बनती थी। ठाकरे भगवान के सैनिकों का गठन करके उनकी दबंगई के बल पर वहां मौजूद थे। कसाब को यमराज के कार्यों में हस्‍तक्षेप के चलते तुरंत बुलाया गया थामच्‍छर ने यमराज के काम को आसान किया था जिससे यम मंत्रालय का टीए/डीए और यमराज को अलॉट किए जाने वाले विशेष भत्‍तों में इकानॉमी लाने के कारण और दारू किंग पोंटी चड्ढा को अपरोक्ष तौर पर यम मंत्रालय के कामकाज में सहयोगी पाया गया था।
स्‍वर्ग में काफी लंबे अरसे से रह रहे शहीदमहान पुरुषबलिदानीपरोपकारीदानवीरशुभ कर्मों के प्रणेता और इंसानियत के पैरोकारों की इनके स्‍वर्ग में बंगलों के अलॉटमेंट पर कानाफूसी जारी थी। जिस स्‍वर्ग का माहौल सदैव आनंददायक रहा है और कश्‍मीर से जिसकी तुलना की जाती है,आज वहां भी मौसम काफी गर्म बना हुआ है।  यमसत्‍ता के शीर्ष में बैठे विशिष्‍टगण ही जानते थे कि अगर इन चारों में से किसी को भी विशेष सुविधाएं न दी गईं तो स्‍वर्ग और नरक की सत्‍ता की वे ईंट से ईंट बजा देंगे। इस शुभ कार्य के लिए उन्‍हें ईंटें भी पृथ्‍वी अथवा नर्क से मंगवा कर देनी होंगी।
चारों चर्चा कर रहे हैं कि स्‍वर्ग में आगे की रणनीति क्‍या हो। इन्‍हें पैंतीस-पैंतीस लाख के टॉयलेट्सअत्‍याधुनिक गैजेट्स इत्‍यादि सभी प्रकार की विलासिता श्रेणी की उच्‍चस्‍तरीय सुविधाएं दी गई हैं। बजट कहां से आ रहा हैइस बारे में धरती की तरह स्‍वर्ग में चिंता नहीं की जाती है। स्‍वर्ग में गरीबों के झांकने पर भी प्रतिबंध है। स्‍मार्ट फोन, टेबलेट्स तो उपलब्‍ध कराए ही गए हैं।
ठाकरे दहाड़ते हुए कसाब को बतला रहे हैं कि मैं पृथ्‍वी पर रहातब तक तुम्‍हें फांसी नहीं लगने दी। यह मेरा ही प्रताप है क्‍योंकि मैं ही भगवान के सैनिकों का बिग बास हूं। वैसे महाराष्‍ट्र में तो मैं सबका ही बिग बास हूं।
मेरे आने के तुरंत बाद सरकार मनमानी पर उतर आई है और उन्‍होंने तुम्‍हारा गला भी काट दिया है। इस घटना को यूं तो इस डेंगू मच्‍छर ने अंजाम दिया है। मेरे परिवारजन और सरकारी अमले ने मेरी देह से प्रेम के चलते मेरे दिवंगत होने की प्रामाणिक घोषणा भी तीन दिन बाद ही जारी की। यह सब उस राज की बदमाशी हैवरना तो मेरा बेटा उद्धव तो बहुत मासूम है और उसी दिन से गुमसुम है। राज ने सबको सैट कर लिया। उधर मैंने पृथ्‍वी छोड़ी मेरे पीछे यूपी हरियाणा के दारू किंग पोंटी चड्ढा को उसके भाई के साथ मेरे पीछे रवाना कर दिया। उसका भाई तो स्‍वर्ग पहुंचने से पहले ही हिंदी फिल्‍मों की तरह कहीं बिछड़ गया।
मीडिया में मुझे ही सुर्खी मिलनी थी लेकिन पोंटी चड्ढा और उसके भाई की मौत के कारण मेरे स्‍पेस पर कब्‍जा कर लिया गया। अब मेरे से जुड़े किसी मामले को तूल न मिले इसके लिए सरकार ने तेरी गर्दन को कस के मसक दिया। सरकार जानती थी कि कसाब की अंतिम और पहली इच्‍छा भारत में सदा आतंक फैलाने की रही है। दूसरी और अंतिम इच्‍छा  'जब तक रहा मेहमान' फिल्‍म में लीड रोल करने की थी।  
मच्‍छर ने बतलाया कि मैं उनके सामने था किंतु किसी ने मुझे मारने की कोशिश नहीं की। वे चाहते थे कि मैं कसाब को काटूंतभी मुझे प्राणदान मिलेगाइसलिए मुझे मजबूरन कसाब को काटना पड़ा। अब ऐसी सरकार पर मैं क्‍या भरोसा करूं। 
अभी यह चर्चा चल ही रही थी कि तभी घोषणा की गई कि स्‍वर्ग में इन चारों की गतिविधियों के जीवंत प्रसारण के लिए बिग बॉस’ ने ठेका ले लिया है और जल्‍दी ही चारों तरफ से स्‍वर्ग को घेर लिया गया है और आधुनिक गैजेट्स की फिटिंग करवाई जा रही है ताकि पृथ्‍वी के टीवी चैनलों में इसका सीधा प्रसारण करके टीआरपी बटोरी जा सके। नरक की ग्राह्यता धारक इन महानुभावों के स्‍वर्ग में कब्‍जे और वहां पर इनके कारनामों का सीधा प्रसारण, कहो कैसी रही ?

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